कल रात सपने में मेरे खुद खुदा आया था, एक तरफ बुलाकर उसने मुझको ये समझाया था।
1 लेकर बस नाम तुम्हारा कहा कि उसे अपना बना लो,
उठानी पडे़ कोई मुसीबत तो भी उठा लो,
गले से लगा लो, उसको बनाया है सिर्फ तुम्हारे लिए
राज उसने ये बताया था..........।
2 हम हैं तुम्हारी जिंदगी तुम हो प्राण हमारे,
हारा है जमाना सदा प्रेमी कभी नहीं हारे,
आजा थाम लें आपस में हाथ, बने एक- दूजे के सहारे,
हमको उसने दो जिस्म एक जान बताया था ..........।
3 षक्ल-सूरत तो उस प्रभु की मैं ना बता पाऊंगा,
हर षब्द पड़ जाता है छोटा, महिमा उसकी ना गा पाऊंगा,
अच्छा फिर आऊंगा वादा मिलने का मुझ से करके रूप उसने
अपना छिपाया था.......... ।
4 समझाना तुम उस प्यारे कोए ले प्यार से काम ए
प्यार ही है रूप मेरा प्यार ही मेरा नामए
प्यार का पैगाम वो खुद तुम्हारे नाम था ..........।
......प्रेम
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