तेरी याद
तेरी याद घणी आवै सैए मेरा काट कालजा खावै सै।
साबत दिन मैं तड़पे जा सू ना नीँद रात न आवै सै।।
1 जिस दिन तै तू पाटी न्यारीए
फूटगी थी किस्मत म्हारी ए
मेरा आदमी सा मरग्या प्यारी
सबर नहीं आवै सै। ..... तेरी याद घणी आवै सै .....
2 साल बराबर पल होग्या
मेरा जीणा. मरणा मुस्किल होग्या
सब क्यायें में छल होग्या
धोखै तै बतलावैं सैं। ..... याद घंणी आवै सै......
3 दुश्मन मेरे यार बैणे सै
देखण में सुथरे विचार घणे सै
दगाबाज गद्दार घणे सै
छुरी पीठ पै चलावै सै। ..... तेरी याद घणी .....
4 प्रेम सिंह कह जितणा मनै सतावैगी
सुख. चैन तू भी ना पावैगी
सपनै मै भी दुःख पावेगी
एक दिन नू की नू रह ज्यावैगी
फेर पाछै पछ्तावैगी
यू बख़्त हाथ तै जावै सै। ..... तेरी याद घणी आवै सै .....
... प्रेम
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें